Kapil Dev – 1983 वर्ल्ड कप विजेता और भारत के महान ऑलराउंडर

कपिल देव का नाम सुनकर जो सबसे पहले दिमाग में आता है, वह है जिन्होंने भारतीय क्रिकेट की तस्वीर बदल दी। तेज गेंदबाजी और जबरदस्त आक्रामक बल्लेबाजी — दोनों में असर दिखाने वाले वह खिलाड़ी थे जिन्होंने 1983 का वर्ल्ड कप जीतकर देश को नया विश्वास दिया।

जन्म और शुरुआती सफर साधारण था, पर खेल में उनका जोश और फिटनेस ने जल्दी ही उन्हें अलग पहचान दिलाई। वे गेंदबाज़ी में तेज और मेहनती थे, जबकि बल्लेबाज़ी में मोबाइल और मजबूर करने वाले शॉट खेलते थे। यही बैलेंस उन्हें टीम के लिए अनमोल बनाता था।

करियर की प्रमुख बातें

कपिल देव के करियर में कुछ ऐसे पल हैं जो हमेशा याद रखे जाते हैं। 1983 विश्व कप में उनकी कप्तानी और टीम को जीत तक पहुँचाना सबसे बड़ा माइलस्टोन है। उस टूर्नामेंट में उनका 175* (ज़िम्बाब्वे के खिलाफ) एक क्लासिक रेस्क्यू इनिंग रही — टीम को मुश्किल से बाहर निकाला और मैच बचाया।

गेंदबाज़ी में उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 434 विकेट लिए, जो उस समय एक बड़ा रिकॉर्ड था। वे ऐसे खिलाड़ी थे जो लंबे रन-चेस में भी छोटे-छोटे ब्रेक लेकर विपक्ष को परेशान करते रहे। उनकी कप्तानी में टीम ने अनुशासन, जोश और आत्मविश्वास सीखा।

सामने वाले पल—उनकी फिटनेस, मैदान पर नेतृत्व और दबाव वाली पलों में निर्णय लेने की क्षमता—इन सबने उन्हें अलग बनाया। देश ने उन्हें पद्म पुरस्कारों से भी सम्मानित किया, जो उनके योगदान की सीधी पहचान है।

क्यों पढ़ें और कैसे सीखें

अगर आप क्रिकेटर बनना चाहते हैं या बस इतिहास में रुचि रखते हैं, तो कपिल देव का खेल और उनका रवैया सीखने योग्य है। उनके खेल से मिलती बातें: बहुआयामी कौशल (बॉलिंग + बैटिंग), मानसिक मजबूती, और टीम के लिए खुद को झोंक देना।

सीधे तरीके से सीखने के लिए 1983 विश्व कप के मैच हाइलाइट देखें, उनकी इंटरव्यू और पुरानी इनिंग्स पर ध्यान दें। खेल के तकनीकी पहलू पर फोकस करें—किस तरह उन्होंने लंबी साझेदारियों को निभाया, और किस तरह फॉर्म बदलते हुए मैच पर असर डाला।

याद रखने के लिए प्रमुख कीवर्ड: 1983 विश्व कप कप्तान, 175* रेस्क्यू इनिंग, 434 टेस्ट विकेट, आक्रामक ऑलराउंडर। ये पॉइंट्स उनके करियर के जैसे-जैसे पल हैं, जो आसानी से याद रहते हैं।

अगर आप कपिल देव से जुड़ी और खबरें, उनकी पुरानी कहानियाँ या विश्लेषण पढ़ना चाहते हैं तो इस टैग के सभी आर्टिकल्स चेक करें। यहाँ आपको उनकी करियर की झलक, यादगार मैच और उनके प्रभाव पर लिखे लेख मिलेंगे।

Mohammed Siraj ने इंग्लैंड में रचा इतिहास: Anderson–Tendulkar Trophy 2025 में 23 विकेट, कपिल देव को पीछे छोड़ा

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Anderson–Tendulkar Trophy 2025 में भारत और इंग्लैंड की टेस्ट सीरीज 2-2 से ड्रॉ रही, लेकिन चमक रहे Mohammed Siraj रहे। उन्होंने 23 विकेट लेकर भारतीय रिकॉर्ड की बराबरी की, कपिल देव को पीछे छोड़ते हुए इंग्लैंड में तीसरे सर्वाधिक विकेट लेने वाले भारतीय बने (कुल 46)। ओवल में 9/190 उनका सर्वोत्तम आंकड़ा रहा और इसी मैच में उनके 200 अंतरराष्ट्रीय विकेट भी पूरे हुए।

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