शादी की तैयारियाँ भारी लगती हैं? बहुत से दावे और सलाह मिलते हैं, पर असली काम वह होता है जो सरल और व्यवहारिक हो। इस पेज पर आप रजिस्ट्रेशन, जरूरी दस्तावेज, बजट बनाना और आयोजन के त्वरित टिप्स पाएँगे — बिना फालतू बातें।
शादी के लिए तुरंत करने योग्य चेकलिस्ट
सबसे पहले कुछ सीधी चीजें जो तुरंत करें:
दिन और स्थान फाइनल करें — यह सब कुछ तय कर देता है।
दस्तावेज इकट्ठा करें — आधार, जन्म प्रमाण पत्र/10वीं मार्कशीट, पासपोर्ट (यदि है), पते के प्रमाण और पासपोर्ट साइज तस्वीरें।
वेंडर बुकिंग के लिए अग्रिम भुगतान की नीति समझ लें और लिखित रसीद लें।
दो गवाह तय रखें जो पंजीकरण के समय साथ जा सकें।
ये स्टेप्स आपको शुरू से ही व्यवस्थित रखेंगे और बाद में समय व पैसे बचाएंगे।
रजिस्ट्रेशन, दस्तावेज और स्मार्ट बजट
विवाह पंजीकरण की प्रक्रिया आसान होती है पर हर राज्य की अलग प्रक्रिया हो सकती है। आम तौर पर चाहिए: पहचान-पता के प्रमाण, उम्र का प्रमाण, पासपोर्ट साइज फोटो और विवाह का हल्का-सा विवरण (स्थल और तिथि)। शहर के विवाह रजिस्ट्रार ऑफिस या राज्य की सरकारी वेब साइट पर फॉर्म और फीस की जानकारी मिल जाएगी।
बजट के लिए कुछ व्यवहारिक सुझाव: सबसे पहले "नॉन-नेगोशिएबल" आइटम पर खर्च तय करें — जैसे वेन्यू और केटरिंग। बाकी खर्चों को प्रतिशत में बाँट दें (वेडिंग 40%, कपड़े/आभूषण 25%, फोटो/वीडियो 15%, अन्यों 20%)—यह एक आसान तरीका है, आप अपनी परिस्थिति के हिसाब से बदल सकते हैं। हर खर्च की रसीद रखें और एक्सेल/नोट पर ट्रैक करें।
यदि खर्च कम रखना है तो सामूहिक विकल्प देखें: सामूहिक विवाह योजनाएँ अक्सर छोटे खर्च पर समारोह कराती हैं; स्थानीय सरकारी योजनाओं या NGO प्रोग्राम्स की जानकारी लें। छोटे समारोह, डिजिटल निमंत्रण और लोकल विषेशज्ञों से सौदा कर के अच्छा रिज़ल्ट मिल सकता है।
वर्किंग कपल हैं? काम और शादी को बैलेंस करने के लिए दिन-प्रतिदिन की जिम्मेदारियाँ बाँट लें, छुट्टी को पहले से प्लान करें और जरूरी मामलों के लिए परिवार या प्लानर की मदद लें।
चाहें आप बड़े समारोह की सोच रहे हों या छोटा, यहां वाली सरल तैयारी और दस्तावेज़-फोकस्ड अप्रोच से आप कम तनाव में बेहतर निर्णय ले पाएँगे। इस टैग पर और भी लेख हैं जो शादी के अलग पहलुओं — कानूनी, वित्तीय और आयोजन संबंधी — पर बताएंगे; अपनी ज़रूरत के अनुसार पढ़ें और अपनाएँ।
हालांकि भारत में पिता-माता के विवाह और शादी की परंपरा अत्यधिक रूप से अभी भी अस्त है, लेकिन अभी भी अनेक लोग अपने विवाहों को बर्बाद करने के लिए तैयार हैं। भारतीय समाज में अनेक कारणों से विवाह होने पर अनुमति नहीं है जैसे कि रिश्तों का विवाह, किसी आदमी या महिला के आय और स्थिति, वैवाहिक अनुभव और बाल विवाह आदि। यह समस्या चर्चा को लेकर आरंभ कर दी गई है और लोगों को अपने विवाहों को बर्बाद करने से रोकने के लिए कुछ अच्छे कदम उठाने की आवश्यकता है।