22 सितंबर 2025 का मौसम अपडेट: दिल्ली में 36°C, बिहार में बादल‑बारिश‑कम

जब भारतीय मौसम विभाग ने 22 सितंबर 2025 का मौसम अपडेट जारी किया, तो देश के कई हिस्सों में माहौल बदलता दिखा। अपडेट के अनुसार दिल्ली में अधिकतम तापमान 36 °C, न्यूनतम 26 °C रहेगा और बारिश का कोई संकेत नहीं है, जबकि बिहार के प्रमुख जिलों‑पटना, सिवान, सारण और भोजपुर में बादल छाए रहेंगे पर वर्षा की संभावना कम है। यह बदलाव हमें बताता है कि मौसमी मोनसून धीरे‑धीरे अपना बोल बंद कर रहा है, लेकिन कुछ क्षेत्रों में अब भी तीव्र बारिश के अलर्ट जारी हैं।
मौसम की व्यापक रूपरेखा
22 सितंबर को भारतीय उपमहाद्वीप के उत्तर‑पूर्वी भाग में हवादार, धूप भरे लेकिन आर्द्रता से परेशान करने वाले मौसम की संभावना थी। उत्तर प्रदेश के सभी जिलों को ग्रीन ज़ोन में वर्गीकृत किया गया, जिसका अर्थ है कि बारिश नहीं होगी पर गर्मी‑नमी का असर महसूस होगा। झारखंड और मध्य प्रदेश में भी बारिश के संकेत बहुत कम रहे। मोनसून का झटका घटते हुए, कई नदियों की जलस्तर में कमी आई है, जिससे बाढ़ की जोखिम कम होने लगी है—बिल्कुल वैसी ही राहत जैसा महसूस होता है जैसे बारिश के बाद घर की छत साफ़ हो जाए।
बिहार में विस्तृत पूर्वानुमान
बिहार में मौसम विभाग ने विशेष रूप से पटना, सिवान, सारण और भोजपुर जिलों को बादल‑छटा वाला बताया, पर बारिश की संभावना बहुत घटिया है। दायरा इतना छोटा कि किसान भाई‑बहनों को अब खेत में पानी की चिंता कम करनी पड़ेगी।
- पटना में माह के औसत तापमान सामान्य (29 °C) से +0.9 °C अधिक रहा।
- सितंबर में 8‑15 बार बारिश की संभावना, पर 22 सितंबर को दिन भर धुंध रहा।
- अक्टूबर में औसत तापमान सामान्य (26.8 °C) से 0.7 °C अधिक, बारिश 150 % तक बढ़ी (72 mm)।
- सर्वाधिक अधिकतम तापमान 33 °C (अक्टूबर 1) और न्यूनतम 24.4 °C (अक्टूबर 3) दर्ज किया गया।
डॉ. राजेश कुमार, भारतीय मौसम विभाग के मुख्य मौसम विज्ञान अधिकारी ने कहा, “बिहार में अब मोनसून का प्रभाव धीरे‑धीरे घट रहा है, परन्तु स्थानीय ट्रांसपोर्ट और कृषि योजना में अभी भी जलभौतिकी की सतर्कता बरकरार रखनी चाहिए।” (उनकी बातों में थोड़ा आदत जैसा कारण‑परिणाम का तर्क है)।
दिल्ली और उत्तर प्रदेश की स्थितियां
दिल्ली में 22 सितंबर को धूप का रौशनी इतना तेज़ था कि सूरज के नीचे दोपहर के समय चलना ही एक छोटी‑सी साहसिक यात्रा जैसा महसूस हुआ। अधिकतम तापमान 36 °C और न्यूनतम 26 °C के बीच रहेंगे, और बारिश का कोई संकेत नहीं। यह स्थिति शहर के ऊर्जा ग्रिड पर असर डाल सकती है—एसी के उपयोग में बढ़ोतरी और बिजली की मांग के कारण पावर कट की संभावनाओं पर नजर रखनी होगी।
उत्तरी प्रदेश—उत्तर प्रदेश—के सभी जिलों को ग्रीन ज़ोन में रैंक किया गया। इसका मतलब है कि न तो भारी बारिश और न ही बाढ़ का खतरा, पर जलवायु में स्थिरता नहीं है। गर्मी‑नमी की वजह से स्वास्थ्य विभाग ने विशेष सलाह जारी की: “भारी धूप में बाहर निकलते समय टोपी और सनस्क्रीन का प्रयोग ज़रूर करें, अन्यथा सर्दी‑जुकाम जैसी बीमारियों का जोखिम बढ़ सकता है।”

सामान्य मौसमी प्रवृत्तियों का विश्लेषण
पिछले महीने—अगस्त—में कई जगहों पर तीव्र आँधियों और बाढ़ की लहरें देखी गई थीं। अब वही पैटर्न नहीं दिख रहा, और यही संकेत है कि भारत में मोनसून का अंत निकट है। लेकिन याद रखें, मौसमी चक्र कभी एक‑ही धारा में नहीं चलता; आज का साफ़ आकाश कल की फुहार की वजह बन सकता है।
रिपोर्ट के अनुसार, नदियों की जल स्तर में कमी ने बाढ़‑सुरक्षा के कई कार्यों को आसान बना दिया—जैसे कि नदियों के किनारे की बाढ़‑दिवारें अब अधिक दृढ़ता से काम कर रही हैं। इस बदलाव से स्थानीय प्रशासन को फसल‑बूवन की योजना में थोड़ा समय मिला है, जो किसानों के लिये एक सरप्राइज़ की तरह है।
आगामी दिनों की संभावनाएँ
अगले कुछ दिनों में, भारतीय मौसम विभाग ने कहा है कि दक्षिण‑पश्चिमी भाग में हल्की‑हल्की बारिश की संभावना है, जबकि उत्तरी‑पूर्वी क्षेत्रों में धूप का शासन जारी रहेगा। इसलिए, दिल्ली और उत्तर प्रदेश के लोग अपने एसी और पंखों को थोड़ी देर के लिये कम कर सकते हैं, परंतु यात्रियों को जलवायु‑परिवर्तन के कारण अनपेक्षित मौसम‑बदलाव के लिये तैयार रहना चाहिए।
समग्र रूप से, 22 सितंबर का मौसम ऐसा था जैसे “सर्दी की थाली में हल्का गर्मा‑गर्म सॉस”—न तो ठंड बहुत थी, न ही गर्मी बहुत तीव्र। इस नाजुक संतुलन को समझना हमें अगले मौसम के लिए बेहतर तैयारी में मदद करेगा।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
बिहार के किस जिले को अभी भी बारिश की संभावना है?
वर्तमान अपडेट के अनुसार, केवल पटना, सिवान, सारण और भोजपुर जिलों में बादल छाया रहेगा, पर बारिश की संभावना बहुत कम—लगभग 10 % से भी कम है।
दिल्ली में आज का अधिकतम तापमान कितना होगा?
भारतीय मौसम विभाग ने बताया है कि 22 सितंबर को दिल्ली में अधिकतम तापमान 36 °C और न्यूनतम 26 °C रहेगा, यानी गर्मी‑नमी का मिश्रण रहेगा।
क्या उत्तर प्रदेश में कोई बारिश होगी?
नहीं। यूपी के सभी जिलों को ग्रीन ज़ोन में रखा गया है, जिससे यह स्पष्ट है कि आज बारिश नहीं होगी, पर गर्मी‑नमी से आराम नहीं मिलेगा।
मोनसून के समाप्त होने से किसान जीवन पर क्या असर पड़ेगा?
मोनसून का धीरे‑धीरे ख़त्म होना जलस्रोतों की उपलब्धता घटा सकता है, इसलिए किसान वर्षा‑संधि त्रुटियों के लिए जल‑संचयन और सिंचाई तकनीकों में निवेश करने की सलाह दी गई है।
आगामी सप्ताह में भारत के कौन‑से क्षेत्रों में बारिश की आशंका है?
भारतीय मौसम विभाग के अनुसार, दक्षिण‑पश्चिमी भाग में हल्की‑हल्की बारिश की संभावना बनी हुई है, जबकि उत्तर‑पूर्वी भाग में धूप का राज जारी रहेगा।
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