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Pradhan Mantri Fasal Bima Yojana: Crop insurance plan

The Union Cabinet on Wednesday approved the launch of Pradhan Mantri Fasal Bima Yojana (Prime Minister Crop Insurance Scheme) in which the premium rates to be paid by the farmers have been brought down substantially so as to enable more farmers avail insurance cover against crop loss on account of natural calamities. The scheme will come into effect from the upcoming kharif season.

Under the new scheme, farmers will have to pay a uniform premium of two per cent for all kharif crops and 1.5 per cent for all rabi crops. For annual commercial and horticultural crops, farmers will have to pay a premium of 5 per cent. The remaining share of the premium, as in previous schemes, will continue to be borne equally by the Centre and the respective state governments.

With farmers having been required to pay a premium share of as high as 15 per cent in several areas in the country, there has been a long-standing discussion on the need to bring down these rates. The Centre’s move to bring down and cap these interest rates is being viewed as a major government policy outreach towards the farmers.

Rashtriya Krishi Beema Yojna का विवरण
ब्योरा विवरण
योजना का नाम Rashtriya Krishi Beema Yojna
प्रायोजित Central Government
मंत्रालय/विभाग Agriculture
विवरण The main aim of this scheme is to provide Financial Support to the Farmers.
लाभकारी Community,other,
अन्य लाभकारी Farmers
हितलाभ
प्रकार Others,Material,
अन्य लाभकारी Grant of Money, Insurance
योग्यता कसौटी All farmers are eligible for the scheme
कैसे प्राप्त करें By Opening account in Sahkari/National/Grameen Bank and Submit Premium.
योजना की वैधता
परिचय दरमियान 01 / 01 / 2006
विधिमान्य दिनांक 31 / 12 / 2012

प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (प्राईम मिनिस्टर क्रॉप इनश्योरेंस स्किम)

भारतीय अर्थव्यवस्था के कृषि प्रधान होने के कारण भारतीय सरकार ने समय-समय पर कृषि के विकास के लिये अनेक योजनाओं को शुरु किया, जिसमें से कुछ योजनाएं, जैसे: गहन कृषि विकास कार्यक्रम (1960-61), गहन कृषि क्षेत्र कार्यक्रम (1964-65), हरित क्रान्ति (1966-67), सूखा प्रवण क्षेत्र कार्यक्रम (1973) आदि। लेकिन इन सभी योजनाओं के बाद भी कृषि क्षेत्र की अनिश्चिताओं का समाधान नहीं हुआ, जिससे आज 21वीं सदी में भी किसान सुरक्षित नहीं है।

प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के मुख्य तथ्य

प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, किसानों के त्योहार लोहड़ी, मकर संक्रान्ति, पोंगल, बिहू के शुभ अवसर पर भारतीय किसानों के लिये उपहार है। किसानों के कल्याण के लिये इस फसल बीमा योजना में शामिल किये गये मुख्य तथ्य निम्नलिखित हैं:

  • प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की भुगतान की जाने वाली प्रीमियम (किस्तों) दरों को किसानों की सुविधा के लिये बहुत कम रखा गया है ताकि सभी स्तर के किसान आसानी से फसल बीमा का लाभ ले सकें।
  • इस योजना को आने वाले खरीफ फसलों के मौसम से शुरु किया जायेगा।
  • इसके अन्तर्गत सभी प्रकार की फसलों (रबी, खरीफ, वाणिज्यिक और बागवानी की फसलें) को शामिल किया गया है।
  • खरीफ (धान या चावल, मक्का, ज्वार, बाजरा, गन्ना आदि) की फसलों के लिये 2% प्रीमियम का भुगतान किया जायेगा।
  • रबी (गेंहूँ, जौ, चना, मसूर, सरसों आदि) की फसल के लिये 1.5% प्रीमियम का भुगतान किया जायेगा।
  • वार्षिक वाणिज्यिक और बागवानी फसलों बीमा के लिये 5% प्रीमियम का भुगतान किया जायेगा।
  • सरकारी सब्सिडी पर कोई ऊपरी सीमा नहीं है। यदि बचा हुआ प्रीमियम 90% होता है तो ये सरकार द्वारा वहन किया जाएगा।
  • शेष प्रीमियम बीमा कम्पनियों को सरकार द्वारा दिया जायेगा। ये राज्य तथा केन्द्रीय सरकार में बराबर-बराबर बाँटा जायेगा।
  • ये योजना राष्ट्रीय कृषि बीमा योजना (एन.ए.आई.एस.) और संशोधित राष्ट्रीय कृषि बीमा योजना (एम.एन.ए.आई.एस.) का स्थान लेती है।
  • इसकी प्रीमियम दर एन.ए.आई.एस. और एम.एन.ए.आई.एस. दोनों योजनाओं से बहुत कम है साथ ही इन दोनों योजनाओं की तुलना में पूरी बीमा राशि को कवर करती है।
  • इससे पहले की योजनाओं में प्रीमियम दर को ढकने का प्रावधान था जिसके परिणामस्वरुप किसानों के लिये भुगतान के कम दावे पेश किये जाते थे। ये कैपिंग सरकारी सब्सिडी प्रीमियम के खर्च को सीमित करने के लिये थी, जिसे अब हटा दिया गया है और किसान को बिना किसी कमी के दावा की गयी राशी के खिलाफ पूरा दावा मिल जायेगा।
  • प्रधानमंत्री फसल योजना के अन्तर्गत तकनीकी का अनिवार्य प्रयोग किया जायेगा, जिससे किसान सिर्फ मोबाईल के माध्यम से अपनी फसल के नुकसान के बारें में तुरंत आंकलन कर सकता है।
  • ये योजना सभी प्रकार की फसलों के प्रीमियम को निर्धारित करते हुये सभी प्रकार की फसलों के लिये बीमा योजना को लागू करती है।
  • प्रधानमंत्री फसल योजना के अन्तर्गत आने वाले 3 सालों के अन्तर्गत सरकार द्वारा 8,800 करोड़ खर्च करने के साथ ही 50% किसानों को कवर करने का लक्ष्य रखा गया है।
  • मनुष्य द्वारा निर्मित आपदाओं जैसे; आग लगना, चोरी होना, सेंध लगना आदि को इस योजना के अन्तर्गत शामिल नहीं किया जाता है।
  • प्रीमियम की दरों में एकरुपता लाने के लिये, भारत में सभी जिलों को समूहों में दीर्घकालीन आधार पर बांट दिया जायेगा।
  • ये नयी फसल बीमा योजना ‘एक राष्ट्र एक योजना’ विषय पर आधारित है। ये पुरानी योजनाओं की सभी अच्छाईयों को धारण करते हुये उन योजनाओं की कमियों और बुराईयों को दूर करता है।

प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना को शुरु करने के कारण

पूरे विश्व में भारतीय व्यवस्था सबसे अनोखी अर्थव्यवस्था को धारण किया हुये है। भारतीय अर्थव्यवस्था को कृषि प्रधान अर्थव्यवस्था कहा जाता है क्योंकि भारत की लगभग 71% जनसंख्या कृषि आधारित उद्योगो से अपना जीवन यापन करती है साथ ही पूरे विश्व में लगभग 1.5% खाद्य उत्पादकों का निर्यात भी करता है। भारत दूसरा सबसे बड़ा कृषि उत्पादक देश है जो सकल घरेलू उत्पादन का लगभग 14.2% आय का भाग रखता है। इस तरह, ये स्पष्ट हो जाता है कि भारत की लगभग आधी से ज्यादा जनसंख्या और देश की कुल राष्ट्रीय आय का लगभग 14% आय का भाग कृषि से प्राप्त होता है जिससे देश की अर्थव्यवस्था को एक मजबूत आधार मिलता है। अतः कृषि भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ की हड्डी कही जाती है।

प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का महत्व और लाभ

किसानों के सबसे बड़े त्योहारों के समय में, पी.एम. मोदी ने, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना को, केन्द्रीय मंत्रीपरिषद से पारित कराकर, भारतीय किसानों के लिये बहुत बड़ी सौगात दी है। ये योजना अपने आप में बहुत महत्वपूर्ण योजना है क्योंकि ये भारतीय अर्थव्यवस्था के मुख्य आधार कृषि से जुड़ी हुई है। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना ऐसे समय में अस्तित्व में आयी है जब भारत दीर्घकालीन ग्रामीण संकट का सामना कर रहा है, इसलिये इस योजना के कैबिनेट से पास हो जाने के तुरंत बाद से महत्व खुद-ब-खुद बढ़ जाता है। इसके अतिरिक्त इस योजना के कुछ प्रमुख महत्व और लाभ निम्नलिखित है:

  • प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की प्रीमियम की दर बहुत कम है जिससे किसान इसकी किस्तों का भुगतान आसानी से कर सकेंगे।
  • ये योजना सभी प्रकार की फसलों को बीमा क्षेत्र में शामिल करती है, जिससे सभी किसान किसी भी फसल के उत्पादन के समय अनिश्चिताओं से मुक्त होकर जोखिम वाली फसलों का भी उत्पादन करेंगे।
  • ये योजना किसानों को मनोवैज्ञानिक रुप से स्वस्थ्य बनायेगी।
  • इस योजना के क्रियान्वयन के साथ ही भविष्य में सकल घरेलू उत्पादकता को बढ़ायेगी।
  • इस योजना के क्रियान्वयन से किसानों में सकारात्मक ऊर्जा का विकास होगा जिससे किसानों की कार्यक्षमता में सुधार होगा।
  • सूखे और बाढ़ के कारण आत्महत्या करने वाले किसानों की संख्या में कमी आयेगी।
  • स्मार्टफोन के माध्यम से कोई भी किसान आसानी से अपने नुकसान का अनुमान लगा सकता है।

प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना कथन

प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के सन्दर्भ में, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अन्य नेताओं ने अपने विचार ट्वीटर पर साझा किये हैं, जो निम्नलिखित है:

“प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, किसानों के हित में सरकार द्वारा लिया गया ऐतिहासिक निर्णय है।” – राजनाथ सिंह।

“किसान बहनों-भाईयों आप सब जब लोहड़ी, पोंगल, बिहु जैसे अलग-अलग त्योहार मना रहे हैं, तब सरकार की ओर से एक भेंट – प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना।” – नरेन्द्र मोदी।

“प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना: आपदाओं को बढ़ाया गया – जल भराव, फसल कटाई के बाद होने वाले नुकसान के भरपाई को शामिल किया गया।” – नरेन्द्र मोदी।

“ये एक ऐतिहासिक दिन है, मेरा मानना है कि किसानों के कल्याण से प्रेरित प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना किसानों के जीवन में बहुत बड़ा परिवर्तन लायेगी।” – नरेन्द्र मोदी।

“प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना अब तक जितनी योजनाएं थी उनकी विशेषताओं को तो समाहित करती ही है लेकिन साथ ही जो कमियाँ थी उनका प्रभावी समाधान भी देती है।” – नरेन्द्र मोदी।

“अब तक की सबसे कम प्रीमियम दर, सरल टेक्नालॉजी जैसे मोबाइल फोन का उपयोग कर नुकसान का त्वरित आंकलन, निश्चित समय सीमा में पूरे दावे का भुगतान।” – नरेन्द्र मोदी।

“किसान बहनों-भाईयों और भी कई पहलुओं पर विशेष ध्यान दिया है। प्रधानमंत्री फसल बीमा से जुड़ना सरल है, लाभ लेना सुगम है। आप जुड़िये जरुर।” – नरेन्द्र मोदी।

“स्वतंत्रता के बाद ये पहली बार है, कि फसल बीमा योजना का सरलीकरण और किसानों द्वारा सामना की जाने वाली अन्य समस्याओं को सुधारा गया है।” – बी.जे.पी. अध्यक्ष अमित शाह।

“हम प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को देश के किसानों से किये गये वादे को नया फसल बीमा – प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना को लाकर पूरा करने के लिये बधाई देते हैं। ये नया बीमा फलों और सब्जियों को भी शामिल करता है।” – रघुबर दास।

Source: Jobsnews

Updated: April 19, 2016 — 4:41 am

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